Tuesday, January 3, 2012

कृष्ण की गीता

"श्री भगवत गीता में अघ्यात्म, भक्ति, मनोविज्ञान, राजनीति, कूटनीति,
दर्शन,योग, नीति, विज्ञान सब कुछ है. यह हर काल, धर्म, संप्रदाय, वर्ग,
वंश, उम्र, लिंग के मनुष्यों के लिए सदुपयोगी है"। आइये पढ़ने के लिए
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*रश्मिप्रीत* http://sribhagwatgeeta.blogspot.com
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